67 कल अब ईशा ने अनुज को देखते हुए कहा, “बताओ, क्या कहना चाहते थे?” वह ईशा के पहले से भी ज्यादा खूबसूरत लग रहें चेहरे को देखते हुए बोला, “ईशा प्यार ज़िन्दगी में सच्चा प्यार बार-बार नहीं मिलता और अश्विन तुमसे खुद से ज़्यादा प्यार करता है और तुम भी अब तक उसे भूली नहीं हो l” “यह तुम्हारी गलतफहमी है, मैं तो अमित के साथ बहुत खुश हो और फिर ईशान के साथ जो हुआ उसके बाद...... !!” यह कहते हुए ईशा की आँख भर आई तो अनुज ने समझाते हुए कहा, “उस मिशन