63 शमशान घाट अब वह आदमी टंकी के बहुत करीब पहुँच चुका है, तभी उसे एक आदमी आवाज लगाकर बुलाता है तो वह टंकी खोलने की बजाय वापिस नीचे की ओर चला जाता है । जब अश्विन को एहसास हुआ कि छत पर कोई नहीं है तो वह धीरे से टंकी से बाहर आया और लम्बी-लम्बी साँसे लेने लगा। कुछ ही देर में अनुज अपनी टीम के साथ माया के विला में आ गया तो यह उसे देखते हुए बोली, “ मुझे लगता है कि मेरे विला में कोई घुस आया है,” उसके चेहरे पर डर का दिखावा साफ़