त्रास खनन - 4

वह अब लड़के का फ़ोन उठाने से बचता। कई बार फ़ोन आने पर ही किसी मज़बूरी में उसे उठाता और जल्दी से जल्दी रख देने की फ़िराक़ में रहता। सत्रह- अठारह साल के उस लड़के की सच्चाई जान कर वह उससे पीछा छुड़ाने की बात पर भी द्रवित हो जाता। पर मन विलगने लगे थे।उसे लगता था कि लड़का धीरे- धीरे ख़ुद ही समझ जाएगा कि वह उसमें दिलचस्पी नहीं लेता है और उससे पीछा छुड़ाना चाहता है तो वो ख़ुद ही उसे फ़ोन करना बंद कर देगा और उसे ब्लॉक करने जैसे उपाय करने का सहारा नहीं लेना पड़ेगा।