कहानी: मैं कर सकता हूँ! यह एक सची घटना है एक छोटे से गाँव में राजू नाम का एक लड़का रहता था। वह बहुत होशियार था, लेकिन उसे अपने ऊपर विश्वास नहीं था। बचपन से ही उसके परिवार मे कुछ लोगों कि ईर्षा के कारण उसे यही सिखाया जाता था कि तू कुछ नहीं कर सकता, राजू तुझसे कुछ नही होगा......राजू की माँ उन लोगों को कुछ नहीं कह पाती क्युंकी वो राजू की दादी और चाची-चाचा थे, जो राजू को कुछ नहीं करने देते थे, अब राजू बड़ा हो रहा था और उसे भी धीरे-धीरे यकीन होने लगा था कि