काली किताब - भाग 3

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भाग 3 मे: काली किताब – अध्याय दो: रहस्य का रक्षकभूमिकादिल्ली की कड़कती ठंडी रात। भारत के रॉ मुख्यालय में अचानक अलार्म बज उठा। एजेंट अथर्व, कोड 0369, अपने ऑफिस में था। उसकी आंखों में गहराई थी, जो हर छुपे हुए सच को खोज निकालने की तीव्र इच्छा जताती थी। उस वक्त उसे सूचना मिली कि बनारस के एक पुराने मंदिर के नीचे एक रहस्यमयी वस्तु मिली है — एक “काली किताब,” जिसकी खबर कभी बाहर नहीं आनी चाहिए थी।बनारस की गलीयों मेंबनारस की घुमावदार गलीयों से होकर अथर्व ने अभिषेक शुक्ला नाम के पुरातत्त्ववेत्ता का वेश धरा। वह धीरे-धीरे उस