सम्राट- अपने सच से अनजान - 2

  • 648
  • 234

जैसे ही विजय सम्राट के कमरे के बाहर पहुँचता है तो  वो बाहर खडा़ होकर कुछ सोचता है और ड़र के मारे कमरे पर दस्तक देता है और बोलता है- भाईसाहब, माँ आपको नीचे बुला रही है। आप जल्दी से नीचे आ जाईए। यह कहकर विजय जल्दबाजी में नीचे डा़ईनिंग एरिया में चला जाता है और बिना कुछ बोले जाकर वापिस अपना नाश्ता करने लगता है। यह सब देखकर नैना जी, वियांशी और प्रीत एक-दूसरे का मुँह देखने लगती है। नैना जी विजय से सम्राट के बारे में पूछने ही वाली थी कि वो देखती है सीढियों से एक 25