गौतम बुद्ध की प्रेरक कहानियां - भाग 7

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गौतम को बोध प्राप्तिनिरंतर सात दिन और सात रात्रि गौतम पीपल के वृक्ष के नीचे बैठे थे। उस दिन वैशाख पूर्णिमा थी। रात्रि में चंद्रमा अपनी शीतल चाँदनी से संसार को अमृत तुल्य शीतलता से जगमगा रहा था। इस रात्रि को गौतम को बोध (ज्ञान) की प्राप्ति हुई और वे 'गौतम बुद्ध' कहलाने लगे। जिस पीपल वृक्ष के नीचे गौतम को बोध की प्राप्ति हुई, उसे 'बोधि वृक्ष' कहा गया।       बोध गया (बिहार) के प्राचीन मंदिर के पीछे आज भी यह बोधि वृक्ष और वज्रासन विद्यमान हैं।        गौतम को जिस समय बोध की प्राप्ति हुई,