रात का अंधेरा गहराता जा रहा था। बाहर हल्की बारिश हो रही थी, और हवाएं एक नई साजिश की आहट दे रही थीं।आर्यन और अवंतिका एक सुरक्षित स्थान पर थे, लेकिन नामांश का खेल अभी खत्म नहीं हुआ था।तभी… अचानक आर्यन के लैपटॉप स्क्रीन पर एक वीडियो कॉल आई।स्क्रीन पर नामांश का चेहरा चमक उठा। उसके होंठों पर वही ज़हरीली हंसी थी, जो हर बार किसी नई साजिश का इशारा करती थी।नामांश (क्रूर हंसी के साथ) – "अवंतिका, मुझे पता था कि तुम अब तक सब कुछ जान चुकी होगी… लेकिन मैंने सोचा, क्यों न तुम्हें एक आखिरी तोहफा दिया