बाजार -----18 वा धारावाहिक ----- जिंदगी मे जो तुम्हे दिल से चाहता हैं, हमेशा खुश रहना सिखाता हैं, भूल चुके हो ख़ुशी को, जनाब, जो तुम्हे सदा के लिए देना चाहता हैं। उसके तुम काबिल बन रहे हो। उसका शुक्र करो, मेहरबान बनो, उनके लिए, जो तुम्हे हर हालत मे खुश देखना चाहता हैं, वो शक्श और कोई नहीं, आपना ही होता हैं। जिसने लम्बे कारवे साथ आपका साथ दिया हो, उसे हमेशा याद रखना चाइये। किस्मत मुठी मे आती हैं, ज़ब मुठी खुलती हैं, हर किसी की किस्मत अलग अलग होती हैं। किसी की किस्मत मेल नहीं खाती हाँ इतना जरूर हैं