सत्य का प्रश्न"शहर के एक कोने में स्थित छोटे से घर में रहती थी आर्या, एक साधारण लड़की, पर अपने साहस और सत्य के प्रति अडिग विश्वास के लिए जानी जाती थी। बचपन से ही उसे सिखाया गया था कि सत्य सर्वोपरि है। परन्तु उसे यह नहीं पता था कि सत्य की राह इतनी कठिन और काँटों भरी हो सकती है।सत्य की पहली लड़ाईआर्या का पहला सामना सत्य की लड़ाई से तब हुआ, जब उसने अपने कॉलेज में एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया। एक वरिष्ठ प्रोफेसर, जिन्हें सभी आदर्श मानते थे, छात्रों से रिश्वत लेते थे। आर्या ने इस