कराके की ठंड थी, और आसमान पूरी तरह काले बादलों से ढका हुआ था। हवाएँ ज़मीन पर बर्फीली सिहरन छोड़ रही थीं, और जंगल की गहराई में खड़ी एक उजाड़ हवेली अंधेरे में डूबी हुई थी। केवल एक धुंधली पीली रोशनी हवेली के खंडहर में टिमटिमा रही थी, मानो किसी अनजान शक्ति की मौजूदगी को दर्शा रही हो।उस अंधेरी रात में, घने कोहरे के बीच, हवेली के सामने एक रहस्यमयी शख्स खड़ा था। उसका काला हुड चेहरे को आधा ढँके हुए था, लेकिन उसकी सिल्वर रंग की आँखें धीरे-धीरे गहरी लाल होने लगीं। उन चमकती आँखों में इतनी गहराई और