तभी बादल ने जाकर जेबा का रास्ता रोक लीया. वह बीच रास्ते में खड़े होकर बोला, " तो कहाँ से आ रही हो आप, मैं पूरी रात आपके आने का इंतजार करता रहा." तब ज़ेबा बोली, " क्यों किस लीये" तब बादल बोला, " ज़ेबा सिर्फ आपके लीये " फिर ज़ेबा बादल की आँखों में देखती रही और फिर बोली, " नहीं अब यह हो नहीं सकता, मै किसी और की हो गई हूँ: ज़ेबा जब यह बोल रही थी तब उसकी आँखे उसकी जुबान का साथ नहीं दे पा रही थी. ज़ेबा मुंह से कुछ बोल रही थी और