अध्याय 1: बचपन की दोस्तीछोटे से कस्बे के एक पुराने मोहल्ले में दो घर आमने-सामने थे। एक में रहती थी प्रिया, और दूसरे में काजल। दोनों की उम्र में बस दो महीने का अंतर था, लेकिन दिलों का रिश्ता जैसे जन्म-जन्म का हो।सुबह की पहली किरण के साथ ही दोनों की मुलाकात शुरू होती। नाश्ता भी साथ, खेल भी साथ, स्कूल जाना भी साथ और रात की कहानियाँ भी साझा। मोहल्ले में सब उन्हें ‘एक जान दो शरीर’ कहा करते थे।प्रिया शांत और पढ़ाई में तेज थी, जबकि काजल चुलबुली, बातूनी और हर कला में निपुण। जब भी कोई पूछता,