ग़लती का एहसास बस के झटके के साथ रुकने से एकाएक मेरे विचारों का सिलसिला टूट गया | आख़िरी स्टॉप होने की वजह से सारी सवारियाँ उतर रही थीं | मुझे तो एक स्टॉप पहले ही उतरना था लेकिन अपने ही ख्यालों में खोए रहने की वजह से एहसास ही नहीं हुआ कि कब मेरा स्टॉप निकल गया | बस से उतर कर एक रिक्शा कर लिया | बस स्टॉप से घर करीब ही था | पाँच-दस मिनट में घर पहुँच गई | फ्लैट का ताला खोल कर भीतर दाख़िल हुई | बेडरूम पूरी तरह से अस्त-व्यस्त पड़ा था