जैसा कि आपने पिछले दो भागों में पढ़ा, हर्ष एक ऐसा किशोर था जो शारीरिक आकर्षण की ओर खिंचता जा रहा था। जब उसने अपने इलाके में एक लड़की से शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की, तो अचानक पुलिस की रेड से वह बुरी तरह डर गया और वहां से भाग निकला। घर लौटकर उसने सोचना शुरू किया कि ऐसा क्या किया जाए जिससे वो इन सब उलझनों से दूर भी रह सके और अपनी इच्छाओं को भी शांत कर सके।उसी दिन उसे उस इलाके के बाहर दीवार पर एक फोन नंबर लिखा हुआ याद आया। उसने हिचकिचाते हुए उस