10.सत्य संघ का प्रभावमुख्यतस्तु महत्कृपयैव भगवत्कृपालेशाद्वा ||३८||अर्थ : मुख्यतया महापुरुषों की कृपा से या भगवत् कृपा के लेश मात्र से।। ३८।।इस सूत्र को समझने के लिए आइए, एक छोटा सा वाकिया पढ़ते हैं। एक पिता अपने तीन-चार साल के बच्चे को बगीचे में झूला झुलाने लाया। पिता ने बच्चे को झूले पर बिठा दिया और उससे कहा, 'अब खुद थोड़ा हिलकर, ज़ोर लगाकर झूले की पींगे बढ़ाने की कोशिश करो।' बच्चा ज़ोर लगाते हुए कोशिश करने लगा लेकिन झूला थोड़ा सा ही हिला। पिता द्वारा प्रोत्साहित करने पर उसने फिर थोड़ा और ज़ोर लगाया तो झूला थोड़ा ज़्यादा झूलने लगा।अब