60 इंतज़ार ईशान की खून से लथपथ लाश देखकर ईशा बुरी तरह टूट गई। उसके अंतिम संस्कार के बाद वह अपने कमरे में बैठी ईशान की फोटों को देखकर आँसू बहा रहीं है। अश्विन उसके पास आता है और उसके कंधे पर हाथ रखते हुए कहता है, “ईशान और बाकी शहीद पुलिसवालों को सरकार ने सम्मान देने के लिए हमें दिल्ली बुलाया है। ईशा के एक नज़र उसे देखा और उसका हाथ अपने कंधे से हटाते हुए कहा, “भाड़ में और तुम तुम्हारी सरकार।“ अश्विन ईशा के इस रूप को देखकर हैरान हो रहा है। मगर ईशा उसकी