57 रक्षामंत्री अश्विन को लगा कि शायद गुस्से और खुनस ने उसका दिमाग खराब कर दिया हैl उसने एक बार और पूछा, “कौन बोल रहा है?” “कहा ना सम्राट !!” अब जिस नंबर से फ़ोन आया, उसने वह नंबर चैक किया तो वह उसे कुछ अलग नंबर लगा, उसने दोबारा कान पर फ़ोन लगाया तो सम्राट बोला, “कोई फायदा नहीं नंबर ट्रेस करने का, यह सेटलाइट फ़ोन है, कुछ देर बाद ही डिस्कनेक्ट हो जायेगाl” अब अश्विन को यकीन हो गया कि यह शख़्स सम्राट ही हैl उसने अब रोष से भरकर कहा, “बोल कुत्ते क्यों