रात गहरी हो चुकी थी। हल्की-हल्की बारिश की बूंदें खिड़की से टकरा रही थीं, और ठंडी हवाएँ हर चीज़ को और रहस्यमयी बना रही थीं।अवंतिका का दिमाग सुन्न हो चुका था। उसने अपनी आँखों से वो देखा था, जिसे देखकर उसकी दुनिया पूरी तरह बदल गई।सीसीटीवी फुटेज में उसकी माँ और नामांश एक-दूसरे से बात कर रहे थे।अवंतिका की माँ (गुस्से से) – "नामांश! तुमसे एक भी काम सही से नहीं हो पाता! मैंने तुम्हें कितनी बार कहा था कि इस बार कोई गलती नहीं होनी चाहिए। अगर अवंतिका किडनैप हो जाती, तो सब कुछ हमारे प्लान के हिसाब से