**"बारिश की बूँदें और एक ख़ामोश दर्द"**वो गाँव की पगडंडियों पर चलते हुए हमेशा उसकी ओर देखता था। अर्जुन की आँखों में वो लड़की, नैना, एक सपना थी जिसे पाने के लिए उसकी साँसें तरसती थीं। पर नैना की आँखें हमेशा कहीं और टिकी रहतीं—शायद उस अतीत में जिससे वो भाग रही थी। उसके पिता की मौत ने उसे ज़िंदगी से बेज़ार कर दिया था, और प्यार? वो तो उसके लिए एक "झूठा सुकून" था।एक दिन, अर्जुन ने नैना के दरवाज़े पर एक गमला रखा। उसमें एक गुलाब था, जिसकी पंखुड़ियों पर उसने लिखा था: *"तुम्हारी ख़ामोशी भी मेरे लिए