"गांव बंटने लगा था... लेकिन रहस्य अब भी एक था।"गांव में पिछले कुछ दिनों से कुछ ऐसा घट रहा था जिसे कोई समझ नहीं पा रहा था। कुएं से निकलती नीली रोशनी अब रोज़ दिखने लगी थी। कई बार दिन में भी — हल्की सी चमक, जैसे पानी के नीचे कुछ जिंदा हो।एक दिन, गांव के सबसे बूढ़े व्यक्ति भोलू काका का पोता खेलते-खेलते लापता हो गया। वो कुएं के पास खेल रहा था, लेकिन फिर मानो हवा में घुल गया। गांव में अफरा-तफरी मच गई। कुछ लोग कहने लगे, "यही नकाब वाली लड़की कुछ कर रही है। पहले तो