गौतम बुद्ध के पिता का नाम शुद्धोधन था। वे कपिलवस्तु के राजा थे। बात उस समय की है, जब गौतम बुद्ध का जन्म भी नहीं हुआ था। राजा शुद्धोधन के कोई संतान ना थी। इसी कारण संतान प्राप्ति की चाह में वे सदैव विचार मग्न रहते थे। संतान प्राप्ति की चाह में ही उन्होंने दो विवाह किए थे। राजा शुद्धोधन की बड़ी रानी का नाम महामाया और छोटी का नाम प्रजावति था। धीरे–धीरे समय व्यतीत हो रहा था। राजा शुद्धोधन अधेड़ अवस्था से वृद्धावस्था की ओर अग्रसर होने लगे थे।