Chapter 1......ईशान अग्रवाल एक ऐसा व्यक्ति जो अमीर नहीं था, बल्कि अमीरी की परिभाषा था।उसकी व्यावसायिक साम्राज्य तकनीक, रियल एस्टेट, वित्त और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में फैला हुआ था। वह उन गिने-चुने लोगों में से था जिसकी मात्र उपस्थिति ही शेयर बाजार को हिला सकती थी। लेकिन आज, वह एक टूटी-फूटी झोपड़ी के सामने खड़ा था—अकेला, भ्रमित और कंगाल। उसके महंगे सूट गायब हो चुके थे, उनकी जगह घिसे-पिटे कपड़ों ने ले ली थी। जो व्यक्ति कभी प्राइवेट जेट और लग्जरी कारों में घूमता था, आज उसकी जेब में सिर्फ ₹500 थे। यह सब कैसे हुआ?अग्रवाल परिवार सिर्फ धनवान नहीं