बेधड़क दरोगा जी -देवेन्द्र कुमार ठाकुर शिव सिंह राणा न तो अब मुद्दत से दरोगा जी थे, न ही वह कभी ठाकुर थे| पर अपने समय के बड़े नामी-गरामी हस्ती थे,पुलिस विभाग और इलाके में आदर से नाम लिया जाता था, ठाकुर अंग्रेजों ने उनके नाम में अपने आप जोड दिया था जो जाति वाचक न होकर सम्मान सूचक था| हमने जब उन्हें देखा वे पिच्छत्तर वर्ष की आयु, के थे| लम्बे मज़बूत कद काठी, गौरे-चिट्टे, और सफ़ेद लम्बी मूछें, कुछ महाराणा प्रताप जैसी अब पूरी ध्वल थी| उस इलाके में उनका खूब दबदबा था, लोग बाग़ उनका सम्मान करते