मृत्युघाट

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स्थान हरिश्चंद्र घाट हर तरफ लाशें ही लाशें जल रही हैं ,कुछ अधजली है तो कुछ जल के ख़ाक हो चुकी है ,रात्रि का समय है इसलिए काफी शांति है।इसी बीच एक 25 साल का लड़का कोई बड़ी सी चीज कपड़े में लपेटे ,कंधे पर लादे, हरिश्चन्द्र घाट पहुंचता है, आस पास  नजर फेरता है जैसे किसी को ढूंढ रहा होतभी थोड़ी दूर पर  एक व्यक्ति दिखाई देता है पास जाकर देखता है तो  दंग रह जाता है वो व्यक्ति जलती चिता के ऊपर रोटियां सेक रहा होता है।शिवम- ये क्या कर रहे हो ,शर्म नहीं आती या डर नहीं