निक्की

यकीन मानो मेरी जिंदगी से तुम कभी गयी ही नहीं….. तुम्हारे निकनेम ‘ निकितिश्ना ‘ से मैं ने ‘निक्की’ शब्द खींच निकाला है, ( जिस का तुम्हारी पंजाबी में ‘छोटी’ से अभिप्राय है )और उसे अपने ब्लॉग का नाम दे दिया है : निक्की । तुम्हारे संग अपने प्रेम- प्रसंग का समय मापूंगा तो उत्तर आएगा, कुल जमा तीन माह। उन तीन माह का कैलेंडर से मेल मिलाऊंगा तो सामने आएंगे, सन 1970 के फ़रवरी, मार्च और अप्रैल। उन दिनों अपनी आई.पी.एस. के अंतर्गत मैं अमृतसर की खुफ़िया पुलिस में तैनात था, जब फ़रवरी की दो तारीख़ को तुम्हारे सह-