"सरहद पर तनाव है, देखो कहीं देश में चुनाव तो नहीं है?"हर बार जब देश चुनाव की दहलीज़ पर खड़ा होता है, सीमा पर तनाव अचानक बढ़ जाता है। टीवी पर एंकर ऊँची आवाज़ में 'राष्ट्र खतरे में है' का ऐलान करने लगते हैं, और सोशल मीडिया देशभक्ति से भर जाता है। लेकिन क्या यह एक संयोग है या किसी सुनियोजित रणनीति का हिस्सा?"2019 का पुलवामा हमला याद है?14 फरवरी को हुआ वह हमला, जिसमें 40 से अधिक CRPF जवान शहीद हुए। देश भर में गुस्सा फूटा, सरकार ने एयर स्ट्राइक की, और राष्ट्रवाद के ज्वार पर सवार होकर चुनाव