धोखे की सजा

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"धोखे की सजा"एक समय की बात है, एक गांव में दो दोस्त रहते थे, जिनका नाम रोहन और मोहन था। रोहन एक ईमानदार और सच्चा व्यक्ति था, जो हमेशा अपने वादों को पूरा करता था। वह अपने दोस्तों और परिवार के प्रति बहुत वफादार था और हमेशा उनकी मदद के लिए तैयार रहता था। दूसरी ओर, मोहन एक धोखेबाज और लालची व्यक्ति था, जो अपने स्वार्थ के लिए किसी भी हद तक जा सकता था।एक दिन, मोहन ने रोहन को एक योजना बताई कि वे दोनों मिलकर एक व्यापार शुरू करेंगे और बहुत सारा पैसा कमाएंगे। रोहन ने मोहन पर