हकीक़त का एहसास मैं एक ऐसे शख्स की रूह हूँ जिसका हाल में ही इंतक़ाल हुआ है | शायद आपको मेरी बातों पर यक़ीन करना मुश्किल होगा, लेकिन आज यह एक हकीक़त है | कल शाम तक मैं आपकी ही तरह एक ज़िंदा इंसान था, लेकिन कल रात ही मैंने अस्पताल में आख़िरी साँसें लीं | पिछले एक हफ़्ते से मैं कोविड वायरस से परेशान था | शक्कर की शिकायत होने की वजह से इन्फ़ेक्शन का असर ख़ासा ज़्यादा था | दवाई लेने के बावजूद भी कई दिनों से तेज़ बुखार और साँस लेने में तकलीफ़ बनी हुई थी |