बाजार - 3

बाजार -----3 सा एपिसोड                              लिली ने बताया, " मैंने कितनी कहानियाँ लिखी हैं और कितने एपिसोड भी... " देव बहुत हर्षता से बोला, " बहुत ही सुंदर लिखा हैं... हाँ लिली तुम्हारी कोई हसरत तो होंगी। " देव ने सरसरी पूछा। " हाँ.. बताऊ सच्ची मे --" देव ने उसे जी भर कर देखा। " भागने की, चलने की, दूर दूर घूमने की... फिर वो जोर से हसी। इतना जोर से। " देव हैरानी मे मुस्करा उठा..फिर वो  खूब रोयी... खूब जैसे कोई पत्थर का भार सीने से उतार रही हो। देव की भी आँख भर आयी। लिली एक दम से