कुंडली का कैदी"तुम मंगलिक हो अवनि, तुम्हारी शादी आसान नहीं होगी..."पंडित की ये बात आज भी उसके कानों में गूंजती है। 25 की हो चुकी अवनि शर्मा, एमए इंग्लिश में गोल्ड मेडलिस्ट — लेकिन उसकी सबसे बड़ी पहचान अब बस एक है: मंगलिक। रिश्ते आते हैं, फिर कुंडली देखते ही लौट जाते हैं। "तुम बहुत सुंदर हो, लेकिन हमारे बेटे के साथ कुंडली नहीं मिल रही..." ये सुनते-सुनते अब तो अवनि को अपनी सुंदरता भी बोझ लगने लगी थी।लेकिन एक दिन, कॉलेज की लाइब्रेरी में, किताबों के बीच से एक आवाज़ आई —"तुम्हारी आँखें कहती हैं कि तुम्हें ग्रहों से नहीं,