दक्षिण भारत के एक छोटे से गांव में एक लड़की रहती थी — शांति। उसका नाम तो शांति था, लेकिन उसकी ज़िंदगी हर उस तूफान से भरी थी जो इंसान को अंदर से तोड़ देता है। जन्म से ही उसका चेहरा सामान्य नहीं था। गांववालों की नजर में वो "मनहूस", "डायन", और न जाने क्या-क्या थी।शांति के माता-पिता का देहांत तब हो गया था जब वो सिर्फ तीन साल की थी। उसके बाद से ही वो गांव के एक किनारे, टूटी-फूटी झोपड़ी में अकेले रहने लगी थी। किसी ने उसे अपनाया नहीं, न प्यार दिया, न इंसान समझा। स्कूल जाने