बेटी - 2

अब आगे -माधुरी फीकी मुस्कान के साथ सिर हिला देती है।दाई माँ कहती हैं – "ठीक है बिटिया, अब हम भी चलते हैं।इतना कहकर वे कमरे से बाहर निकल जाती हैं।घर में एक अजीब सा सन्नाटा था। शाम ढल चुकी थी। तभी माधुरी की सास कमरे में झाँकते हुए तंज कसती है – "अब काम-धंधा भी करेगी कि बस सोती ही रहेगी?"। इतना कहकर वो बिना माधुरी की बात सुने ही पलट जाती हैं।  माधुरी का पति भी उस वक्त घर पर नहीं था। वो किसी तरह हिम्मत जुटाकर उठने की कोशिश करती है। तभी उसकी नवजात बच्ची धीमे से