राहुल एक सीधा-सादा लड़का था, जो हाल ही में नौकरी के सिलसिले में शहर आया था। नया मकान, नई कॉलोनी — सब कुछ नया था उसके लिए। लेकिन जो सबसे अलग और खास था, वो थी सामने वाले फ्लैट की नीतु भाभी।हर सुबह वो तुलसी के पास पानी डालतीं, माथे पर सिंदूर, आँखों में कुछ अनकहा सा। राहुल बालकनी में चाय का कप लिए खड़ा होता और बस उन्हें देखता रहता। कुछ कहे बिना ही दिल कुछ महसूस करता।नीतु भाभी खूबसूरत थीं, पर औरतों की तरह सज-धज में नहीं, बल्कि एक सादगी में। उनकी मुस्कान में जैसे कोई दर्द छुपा