शवयात्रा: मौन में डूबा हुआ सबसे ऊँचा सच

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"मृत्यु एक ऐसा सत्य है, जो न टाला जा सकता है, न भुलाया जा सकता है।और शवयात्रा… उस सत्य का सबसे मौन, सबसे गूंजता रूप है।"शवयात्रा... एक शब्द नहीं, एक अनुभव है।एक ऐसा अनुभव जिसे देखने वाले कभी भूल नहीं पाते,और जो भोगता है, वह हमेशा के लिए बदल जाता है।जीवन से मृत्यु की दूरी बस एक साँस की होती हैकभी आपने गौर किया है कि जब कोई व्यक्ति मरता है,तो सब कुछ उसी पल थम जाता है।ना साँसें चलती हैं, ना हृदय धड़कता है,लेकिन जो सबसे ज़्यादा बदलता है,वो होता है हमारे भीतर का संसार।शवयात्रा उसी बदलाव की शुरुआत