हर्ष एक संपन्न परिवार में पैदा हुआ बहुत ही सुंदर बच्चा था। बचपन से ही जो भी उसे देखता वह ये कहना नहीं भूलता कि कितना सुंदर बच्चा है। घर में, परिवार में, स्कूल में, हर जगह अपनी इस तरह की तारीफ सुनकर हर्ष बड़ा हो रहा था। इस तारीफ ने उसके अंदर घमंड का बीजारोपण कर दिया था। उसकी मम्मी चेतना और पापा विमल दोनों ही देखने में बहुत अच्छे थे। वे दोनों हमेशा अपनी सेहत का भी ध्यान रखते थे और वे स्वभाव से बहुत विनम्र थे। विमल को हमेशा इस बात का डर लगा रहता था कि