एक लड़की की, जो सबकी नज़रों में कुछ और थी... लेकिन खुद के लिए कुछ और।---दिल्ली की तंग गलियों के बीच, जहां लोग दूसरों की ज़िंदगी को अपने खाली वक्त का मज़ा समझते हैं, वहीं रहती थी नैना।नैना के बारे में लोगों की जुबान पर एक ही बात थी — "वो लड़की सबके साथ वो सब करती है।"हर कोने पर, हर चाय की दुकान पर, हर आंख में उसके लिए एक तय फैसला था। कोई उसे "बदचलन" कहता, तो कोई "बेशर्म"। लेकिन किसी ने कभी ये जानने की कोशिश नहीं की कि वो ऐसा क्यों करती है।नैना की उम्र बस 24 साल थी।