34 इंतज़ार अब रेवा के पीछे-पीछे रेहान ने भी जाना शुरू कर दिया । दोनों बहुत ही सतर्कता दिखाते हुए नंदिश के पीछे जा रहें हैं।अब उन्होंने देखा कि नंदिश एक पतली पगडंडी से होता हुआ, जंगल की बीचों -बीच जा रहा है। रेहान ने रेवा का हाथ कसकर पकड़ लिया तो वह उसका मज़ाक उड़ाते हुए बोली, “डर लग रहा है? “ “हाँ, मैं तुम्हारी तरह जेम्सबांड नहीं हूँ ना, पर मेरी जान मुझे तुम्हारे लिए डर लग रहा है ना कि अपने लिए, अगर इस जंगल में कोई जंगली जानवर होगा तो..... ? “