हनुमंत पच्चीसी और अन्य छंद - भाषा टीका श्री हरि मोहन लाल वर्मा - (अंतिम भाग)

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हनुमंत पच्चीसी और अन्य छंद 9 'हनुमत हुंकार' संग्रहनीय पुस्तक प्रस्तुत 'हनुमत हुंकार' पुस्तक में हनुमान जी के स्तुति गान और आवाहन से सम्बंधित लगभग 282 वर्ष पहले मान कवि द्वारा लिखे गए 25 छंद हैं , जिनके अलावा उन्ही मान कवि के छह छंद ' हनुमान पंचक' के नाम से शामिल किए हैं, तथा 'हनुमान नख शिख' के नाम से 11 छंद लिए गए हैं।   श्री हनुमान नखशिख सूल जनु कासी हर चक्र मथुरा सी, राम तारक विभा सी, कोटि भानु की विभा सी है। ओज उद्‌भासी कौच्छ अंजनी प्रकासी राज राजे अमृता सी पद पूजनीय भासी है