नागिन: एक रहस्यमयी प्रेम कथाधीरगढ़ की हवेली उस दिन किसी दुल्हन की तरह सजी हुई थी। रंग-बिरंगी रोशनियाँ, दीवारों पर लगे फूलों की महक, और नौकर-चाकरों की हलचल से पूरा माहौल उल्लास से भरा हुआ था। ठाकुर विजय सिंह का इकलौता बेटा, वीर सिंह, विदेश में पढ़ाई पूरी करके आज पहली बार अपने पुश्तैनी घर लौट रहा था। पूरे परिवार को उस क्षण का बेसब्री से इंतजार था।धीरगढ़ में आगमनजैसे ही ट्रेन स्टेशन पर आकर रुकी, एक लंबा-चौड़ा, खूबसूरत नौजवान प्लेटफॉर्म पर उतरा। उसकी नीली आँखें गहरी और रहस्यमयी थीं। ऊँची कद-काठी और शाही पहनावा उसे बाकी लोगों से अलग