हनुमंत पच्चीसी और अन्य छंद 6 'हनुमत हुंकार' संग्रहनीय पुस्तक प्रस्तुत 'हनुमत हुंकार' पुस्तक में हनुमान जी के स्तुति गान और आवाहन से सम्बंधित लगभग 282 वर्ष पहले मान कवि द्वारा लिखे गए 25 छंद हैं , जिनके अलावा उन्ही मान कवि के छह छंद ' हनुमान पंचक' के नाम से शामिल किए हैं, तथा 'हनुमान नख शिख' के नाम से 11 छंद लिए गए हैं। खड्ग त्रिशूल हल खटबांग खेट कर, पास अनुकूल मूलधारी मुगदर कौ। भिन्द पाल बलित कमंडल कलित, गिरि मण्डल दलित दल घोर निशाचर कौ। भने कवि 'मान' ज्ञान मुद्रा सौं विराजमान, आभरण बान प्रेत