कमरे में चची नूरान खाने की थाली हाथ में लिए जोशीले अंदाज़ में गई पर उनके कदम जम से गए जब कदमों के आगे बेला फर्श पर पड़ी दिखी। चची ने जल्दी से बिस्तर पर खाने का प्लेट रखा और उसे उठाते हुए घबरा कर बोलने लगी :" बेटा जानी! जल्दी आओ....बेटी उठो क्या हुआ तुम्हें?शिज़िन हड़बड़ा कर दौड़ा आया। देखा तो बेला की आंखें खुली हुई है और उसकी नज़र बे सुध सी किसी एक तरफ टिकी हुई है। उसका चहरा भीगा हुआ है पर अब वह रो नहीं रही बल्कि रो कर शांत हो गई गई है। शिजिन