पीड़ा में आनंद - भाग 12 - इंद्रधनुष

 इंद्रधनुषएक छोटे से कमरे में बारह लड़कियां ठूंसी गई थीं। उनकी उम्र 15 से 20 वर्ष के बीच थी। कमरे में केवल एक छोटी सी खिड़की थी। इतने लोगों के कारण बहुत घुटन महसूस हो रही थी।पूनम खिड़की पर खड़ी थी। कुछ ही देर पहले बारिश रुकी थी। आसमान का जो टुकड़ा खिड़की से दिख रहा था उस पर इंद्रधनुष खिला था‌। उसे देख कर पूनम को अपने गांव की याद आ गई।सुदूर पहाड़ों पर बसा उसका गांव बहुत सुंदर था। दूर तक फैले मैदान, कल कल बहती नदी, पेड़ पौधे, पशु पक्षी सभी मनोहारी थे। वहाँ आज़ाद पंछी की