चींटी चढ़ी दीवार परवंश और दीप्ति बीच पर पहुँचे तो दोनों को ही भूख लग रही थी। दीप्ति ने सुझाव दिया।"चलो एक एक वड़ा पाव खाते हैं।"वंश दोनों के लिए वड़ा पाव ले आया। पास पड़ी बेंच पर बैठ कर दोनों खाने लगे। दोनों ही खामोश थे। दीप्ति वंश से आज उसका निर्णय सुनना चाहती थी। पर उस विषय को उठाए कैसे यही सोच रही थी।वंश भी जानता था कि दीप्ति वह विषय उठाएगी। पर अभी तक वह अनिर्णय की स्थिति में था। अभी उसके पास दीप्ति को देने के लिए कोई सीधा जवाब नहीं था। अगर वह