गर्भ संस्कार - भाग 10 - एक्टिविटीज–09

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प्रार्थना:तूने हमें उत्पन्न किया, पालन कर रहा है तू। तुझसे ही पाते प्राण हम, दुखियों के कष्ट हरता तू ॥ तेरा महान् तेज है, छाया हुआ सभी स्थान। सृष्टि की वस्तु-वस्तु में, तू हो रहा है विद्यमान ॥ तेरा ही धरते ध्यान हम, मांगते तेरी दया। ईश्वर हमारी बुद्धि को, श्रेष्ठ मार्ग पर चला ॥मंत्र:ॐ जयन्ती मङ्गला काली भद्रकाली कपालिनी । दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते ॥अर्थः हे अष्टभुजा वाली मां दुर्गा! आप हमें विजय, शक्ति और ममता प्रदान करें।गर्भ संवाद“भगवान के साथ संबंध हमेशा प्यार और विनम्रता से होना चाहिए। जब तुम भगवान से अपने दिल की बात करते हो, तो उसमें कोई