अबीर अपने ऑफिस से बाहर आया । जहां हर्ष प्रिया और आदिल पहले से ही कार के पास उसका वैट कर रहे थे । अबीर के आते ही सभी गाड़ी में बैठे और वहा से निकाल गाये । इस वक्त अबीर कार ड्राइव कर रहा था उसका ध्यान एक तक सामने था ।। वही पैसेंजर सीट पर आदिल बैठा हुआ था जो कभी सामने देखता तो कभी अबीर के चेहरे को । वो अबीर के चेहरे के भाव समझ रहा था । आदिल अच्छी तरफ से वाकिफ था की उसका दोस्त अपने अतीत की यादों से जूझ रहा है। ", शहर