ये कहानी है एक ऐसी लड़की की जो बिल्कुल मासूम सी है। जो एक बेरहम इंसान की कैद में फंस गई है। जो हर दिन उसे एक नया दर्द देता है। जो उसकी ज़िंदगी नरक से भी बदतर बना देना चाहता है। 'गलत फहमी' एक ऐसी चीज़ है जो अच्छे-अच्छे रिश्तों को तोड़ देती है। बने बनाए विश्वास को चूर-चूर कर देती है। क्या वो लड़की इस दलदल से निकल पाएगी? क्या वो बेरहम इंसान उसे छोड़ेगा? क्या उसकी गलत फहमी कभी दूर हो पाएगी?