शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल ( पार्ट -४८)डॉक्टर शुभम की दोनों बेटीयां रूपा आंटी और शुभम की शादी के लिए तैयार करते हैं। और मार्केट में शोपिंग के लिए निकलते हैं।अब आगे....दिव्या और प्रांजल के जाने के बाद डॉक्टर शुभम और रूपा अकेले रह गए हैं।थोड़ी देर तक डॉक्टर शुभम रूपा को देखते रहते हैं।सोचते हैं कि आज भी रूपा बहुत सुंदर दिखती है, कहीं मेरी नज़र न लग जाए। रूपा ने मेरे लिए इंतजार किया। किसी दूसरे मर्द के साथ शादी नहीं की। मेरे दोनों बच्चों की परवरिश के लिए ध्यान रखा था । रूपा ने मेरे