सैम बहादुर: भारत के महानतम सेनानायक की कहानी"यदि कोई कहता है कि वह मरने से नहीं डरता, तो वह या तो झूठ बोल रहा है या फिर वह गोरखा सैनिक है।"- फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉप्रारंभिक जीवन और सैन्य करियरफील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ, जिन्हें प्यार से "सैम बहादुर" कहा जाता है, का जन्म 3 अप्रैल 1914 को ब्रिटिश भारत के अमृतसर (पंजाब) में हुआ था। उनके पिता, होरमुसजी मानेकशॉ, एक डॉक्टर थे और परिवार पारसी समुदाय से था। सैम मानेकशॉ बचपन से ही तेज बुद्धि और निडर स्वभाव के थे।उनकी पढ़ाई नैनीताल के शेरवुड कॉलेज में हुई, और बाद में वे