टूटे हुए दिलों का अस्पताल – एपिसोड 09नई चुनौतियाँ, नया मरीजअस्पताल की घड़ी रात के 11 बजा रही थी, लेकिन यहाँ रात और दिन का कोई मतलब नहीं था। इमरजेंसी वार्ड में लगातार मरीजों की आवाजाही लगी रहती थी। डॉक्टर आदित्य अपने केबिन में बैठकर दिनभर के मरीजों की रिपोर्ट देख रहे थे। उनकी आँखों में हल्की थकान झलक रही थी, लेकिन मरीजों के प्रति उनकी ज़िम्मेदारी उन्हें चैन से बैठने नहीं देती थी।तभी अचानक इमरजेंसी वार्ड से एक नर्स हड़बड़ाती हुई आई।"डॉक्टर आदित्य, जल्दी चलिए! एक एक्सीडेंट केस आया है। मरीज की हालत बहुत नाजुक है!"आदित्य ने फौरन अपने